New Education Policy In Hindi भारत की नई शिक्षा नीति 2020
भारत की नई शिक्षा निति नेशनल एजुकेशन पालिसी क्या है! भारत की नई नीति शिक्षा नीति 2020 के बारे में बताने जा रहे है
NEP New Education policy : दोस्तों भारत में शिक्षा जगत इतिहास में यह सबसे बड़ा बदलाव किया गया है!मानव संसाधन प्रबंध मंत्रलय के द्वारा नई शिक्षा निति पेश की गई है भारत यह नई शिक्षा नीति इसरो प्रमुख डा० कस्तूरी राजन की अध्यक्षता में की गई है! तो दोस्तों आज हम आपको नेशनल एजुकेशन पालिसी से सम्बंधित जानकारी देने वाले है! और इसके साथ ही हम आपको नेशनल Education Policy 2020 की विशेषताओं और इसके तहत किए गए बदलाव! की इ जानकारी हम आप को देंगे |
भारत की यह योजना 29 जुलाई को केन्द्रीय मंत्रिमंडल ने नई राष्ट्रिय शिक्षा नीति NEP को मंजूरी देने की घोषणा की और मानव संशाधन विकास मंत्रालय का नाम बदलकर शिक्षा मंत्रालय का नाम बदलकर शिक्षा मंत्रालय कर दिया नई राष्ट्रिय शिक्षा निति में बहुत सारे बदलाव हुए है |


HIGHLIGHTS OF NATIONAL EDUCATION POLICY नई शिक्षा नीति की मुख्य बाते
- New National Education Policy नई राष्ट्रिय शिक्षा नीति की मुख्य बाते निम्म्न्लिखित है! जैसे की NEP2 के अनुसार 2030 तक SDG4 4 से जुडी ECCE से माध्यमिक शिक्षा तक सर्व भौमिकता होगी |
- 2025 तक नेशनल मिशन के माध्यम से फ़ौंडेशनल लर्निग और न्युमेरसी कौशल प्राप्त करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है |
- NEP के अनुसार, 2030 तक प्री-स्कूल से माध्यमिक स्तर तक 100% GEW होगी।.
- 2023 तक, शिक्षकों को मूल्यांकन सुधारों के लिए तैयार किया जाएगा।.
- समावेशी और समान शिक्षा प्रणाली के प्रावधान के लिए 2023 तक का लक्ष्य रखा गया है।
- बोर्ड परीक्षा में रट्टा लगाने के बजाय बच्चे के समग्र विकास पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा, इसलिए मुख्य अवधारणाओं और ज्ञान के अनुप्रयोग का टेस्ट होगा।
- यह लक्ष्य रखा गया हैं कि हर बच्चे को अपनी स्कूली शिक्षा पूरी करने के साथ एक कौशल प्राप्त हो।
- सरकारी और प्राइवेट स्कूलों में सीखने के एक मानक होंगे और शुल्क भी एक समान बनाया जाएगा।
New Education Policy In Hindi / स्कूल शिक्षा में सुधार REFORMS IN SCHOOL EDUCATION
राष्ट्रीय शिक्षा नीति के कुछ सुधार नीचे दिए गए हैं:
- 10 + 2 बोर्ड संरचना को हटाकर अब नई संरचना 5 + 3 + 3 + 4 होगी।
- नए दिशानिर्देशों के अनुसार, 5 वीं तक यह प्री स्कूल होगा, 6 से 8 वीं मिडल स्कूल और 8 से 11 वीं हाई स्कूल होगा, जबकि 12 वीं से आगे ग्रेजुएशन होगा।
- 6 वीं कक्षा के बाद छात्र व्यावसायिक पाठ्यक्रमों का चयन कर सकते हैं और 8 वीं से 11 वीं के छात्र अपनी पसंद के विषय चुन सकते हैं।
- सभी स्नातक पाठ्यक्रमों में मेजर और माइनर विषयों का प्रावधान होगा।
- रट्टा लगाने के बजाय छात्र के विषय के मूल ज्ञान के टेस्ट को लक्ष्य बनाया गया है।
- यह निर्णय लिया गया है कि 5 वीं कक्षा तक शिक्षण की भाषा मातृभाषा होगी। त्रिभाषा फार्मूला लागू होगा और उच्च शिक्षा तक संस्कृत को विकल्प के रूप में दिया जाएगा।
- राज्य अपनी पसंद की भाषा चुनने के लिए स्वतंत्र होंगे और उन पर कुछ भी दबाव नहीं होगा।
- किसी छात्र के रिपोर्ट कार्ड में छात्रों के अकादमिक मार्क्स के स्थान पर छात्र की कौशल और क्षमताओं का व्यापक रिपोर्ट होगा।
- राष्ट्रीय मिशन का उद्देश्य बुनियादी साक्षरता और न्युमेरेसी पर ध्यान केंद्रित करना है।
- पाठ्यक्रम के शैक्षणिक संरचना में बड़े बदलाव के बजाय संकाय में बड़े बदलाव नहीं किए गए हैं।
- व्यावसायिक तथा शैक्षणिक और पाठ्यक्रम सम्बन्धी तथा पाठ्येतर के बीच के सभी तरह की बाधाओं को भी दूर किया जाएगा।
New Education Policy In Hindi / याद रखने वाली बाते
- ECE शिक्षको और वयस्कों के लिए नया National Curriculum framewark होगा |
- बोर्ड परीक्षा नॉलेज एप्लीकेशन पर आधारित होगी |
- लर्निग की प्रगति को टैक करने के लिए छात्र की प्रगति को समय समय पर ट्रैक किया जायेंगा |
- Parakh नाम का एक राष्ट्रिय मूल्यांकन केंद्र स्थापित होगा
- नेशनल टेस्टिंग एजेंसी HEI प्रवेश के लिए एक प्रवेश परीक्षा आयोजित करेंगा
- शिक्षको के लिए राष्ट्रिय व्यावसायिक मानक NPST होगा
- और जितने मेधावी बच्चो को वर्तमान स्कूल शिक्षा प्रणाली के साथ प्रणाली के साथ जोड़ा जायेंगा |
- पाट्यक्रम को केवल मूल अवधारणाओं तक सीमित किया जायेंगा |
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