FPO Scheme क्या है
दोस्तों FPO Scheme एक प्रकार का किसान उत्पादक संगठन (Farmer Producer Organization) होता है! जोकि किसानों के हित के लिए काम करता है! और Company Act के अंतर्गत Registered होता है! एक किसान उत्पादक संगठन (एफपीओ) एक प्रकार का उत्पादक संगठन (पीओ) है! जहां किसान इसके सदस्य होते हैं! पीओ उत्पादकों द्वारा किसी भी उत्पाद, जैसे गैर-कृषि उत्पाद, कृषि, कारीगर उत्पाद आदि का एक संगठन है! लघु किसान कृषि व्यवसाय संघ (एसएफएसी) एफपीओ को बढ़ावा देने के लिए सहायता प्रदान करता है!
एफपीओ के रूप में सीमांत, छोटे और भूमिहीन किसानों के एकत्रीकरण ने किसानों की आय और आर्थिक मजबूती में सुधार के लिए बाजार संबंधों को बढ़ाने में मदद की है! यह छोटे किसानों को एंड-टू-एंड सेवाएं और सहायता प्रदान करता है! और विपणन, तकनीकी सेवाएं, प्रसंस्करण, विपणन और खेती के इनपुट के अन्य पहलुओं को शामिल करता है!
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PM Kisan FPO Yojana
सरकार द्वारा देश में किसानों की स्थिति को सुधारने के लिए अनेक योजनाएं चलाई जा रही है! इसमें से एक ऐसी ही योजना PM Kisan FPO Yojana है! पीएम किसान एफपीओ योजना के माध्यम से संगठनों को 15 लाख रूपये की आर्थिक सहायता सरकार द्वारा किसानों को दी जाएगी! देश में अब कारोबार की तरह किसान को खेती में भी लाभ मिलेगा! इस योजना का लाभ लेने के लिए कम से कम 11 किसानों को संगठित होकर अपनी कृषि कंपनी बनानी होगी! इसमें मिलने वाली राशि 3 वर्ष में प्रदान की जाएगी! PM Kisan FPO Yojana से देश के 10000 नए किसानों का संगठन बनाया जाएगा!
क्या है किसान उत्पादक संगठन
किसान उत्पादक संगठन से उन सभी किसानों को मदद मिलेगी! जो छोटे, सीमांत और भूमिहीन किसान है! एफपीओ के सदस्य संगठन में अपनी गतिविधियाँ का प्रबंधन कर सकेंगे! जिससे प्रोद्योगिकी, निवेश, वित्त और बाजार तक बेहतर पहुँच हो सकें! और किसानों की भी आजीविका तेजी से बढ़ें! देश में किसानों की संख्या लगभग 86 फीसदी है!
एफपीओ का लक्ष्य उभरते बाजार के अवसरों और उनकी प्रतिस्पर्धात्मकता में किसानों के लाभ को बढ़ाना है! FPO के प्राथमिक कार्यों में बीज की आपूर्ति, बाजार से जुड़ाव और उर्वरक, मशीनरी, प्रशिक्षण, वित्तीय, नेटवर्किंग और तकनीकी सलाह शामिल हैं! एफपीओ का मुख्य उद्देश्य उत्पादकों के लिए अपने स्वयं के संगठन के माध्यम से आय में वृद्धि करना है! एक छोटे उत्पादक के पास पैमाने की अर्थव्यवस्थाओं का लाभ उठाने की मात्रा नहीं होती है! कृषि विपणन में बिचौलियों की एक श्रृंखला अक्सर गैर-पारदर्शी रूप से काम करती है, जिससे ऐसी स्थिति उत्पन्न होती है जहां उत्पादक को उस मूल्य का केवल एक छोटा सा हिस्सा प्राप्त होता है! जो अंतिम उपभोक्ता भुगतान करता है! एफपीओ कृषि विपणन में बिचौलियों की श्रृंखला को खत्म करने में मदद करेंगे!
प्राथमिक उत्पादक संचय के माध्यम से पैमाने की अर्थव्यवस्थाओं से लाभ उठा सकते हैं! किसानों के उत्पादकों के पास आदानों के थोक आपूर्तिकर्ताओं और उपज के खरीदारों के रूप में अच्छी सौदेबाजी की शक्ति होती है!
अभी कितनी किसान कंपनियां है
एपपीओ का गठन और बढ़ावा देने के लिए अभी छोटे किसान कृषि व्यापार संघ और राष्ट्रीय कृषि एवं ग्रामीण विकास बैंक काम कर रहे है! दोनों संस्थानों के मिलाकर करीब 5000 एफपीओ Registered है! मोदी सरकार इसे बढ़ाना चाहती है! इसलिए राष्ट्रीय सहकारी विकास निगम (NCDC) को भी इसकी जिम्मेदारी दे दी गई है!
यह भी देखें: https://cscdigitalseva.org/pradhan-mantri-kisan-samman
Benefits Of FPO
FPO छोटे एवं सीमांत किसानों का एक ग्रुप होगा! जिससे उससे जुड़ें किसानों को न सिर्फ अपनी उपज का बाजार मिलेगा! बल्कि खाद, बीज, दवाइयां और कृषि उपकरण आदि ख़रीदना आसान होगा! केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर के मुताबिक यह 10,000 नए FPO 2019-20 से लेकर 2023-24 तक बनाएं जाएंगे! इससे सभी किसानों को सामूहिक शक्ति बढ़ेगी!
PM Kisan FPO Yojana अब किसानों को मिलेंगे 15-15 लाख रूपये